भारत और फ्रांस के बीच व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से पेरिस में आयोजित इंडिया-फ्रांस सीईओ फोरम में अहम बातचीत हुई. इस बैठक में भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और फ्रांस के ट्रेड मिनिस्टर लॉरेन सेंट मार्टिन ने भाग लिया. बैठक का मुख्य फोकस द्विपक्षीय व्यापार, शिक्षा सहयोग, स्टार्टअप्स और पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं पर रहा.
दोनों देशों के बीच तेजी से बढ़ेगा बिजनेस
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच 15 अरब डॉलर के मौजूदा द्विपक्षीय व्यापार से संतोष नहीं किया जा सकता. उन्होंने व्यापार को 50 अरब डॉलर तक ले जाने की संभावनाओं पर बल दिया. गोयल ने दोनों देशों के राजदूतों के बीच एक फास्ट ट्रैक तंत्र स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई, ताकि व्यापारिक दबाव बिंदुओं को तुरंत सुलझाया जा सके.
फ्रांस में बढ़ेगी भारतीय छात्रों की संख्या
उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की दिशा में कहा कि 2030 तक फ्रांस में भारतीय छात्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 30,000 करने का लक्ष्य रखा गया है. फ्रांसीसी मंत्री ने भी भारतीय छात्रों के लिए फ्रेंच भाषा शिक्षण को बढ़ावा देने पर चर्चा की.
ये है भारत का E&T प्लान
सीईओ फोरम में ईज माय ट्रिप के को-फाउंडर रिकांत पित्ती ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि यह फोरम दोनों देशों के उद्यमियों के लिए सीखने और नेटवर्क बनाने का बेहतरीन अवसर है. उन्होंने जोर दिया कि भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच प्रस्तावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) स्टार्टअप्स के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है.
पित्ती ने भारत में टूरिज्म सेक्टर के विस्तार पर जोर देते हुए बताया कि जहां फ्रांस में हर साल 10 करोड़ टूरिस्ट आते हैं, वहीं भारत में यह आंकड़ा केवल 1 करोड़ है. उन्होंने फ्रेंच कंपनियों को भारत के पर्यटन सेक्टर में निवेश के लिए आमंत्रित किया.
EaseMyTrip की ओर से हाल ही में शुरू किए गए “चलो लक्षद्वीप” कैंपेन और तुर्किये व अजरबैजान की बुकिंग कैंसिल करने जैसे फैसलों को भी चर्चा में सराहा गया, जिन्हें उन्होंने देशभक्ति की भावना से प्रेरित बताया. फोरम के अंत में दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने भरोसा जताया कि यह संवाद व्यापार, शिक्षा और संस्कृति में नए अवसरों के द्वार खोलेगा, और भारत-फ्रांस संबंधों को एक नई दिशा देगा.